भारत की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है उत्तराखंड। उत्तराखंड अपने शांत माहौल और खूबसूरत वादियों में बसे हिल स्टेशनों के लिए जाना जाता है। बुरांस के फूलों और नारंगी माल्टो की याद दिलाने वाला यह राज्य बर्फ से ढकी चोटियों, तरह-तरह के रंग-बिरंगे फूलों और सुंदर झरनों से भी भरा पड़ा है। देवों की भूमि कहलाने वाला उत्तराखण्ड जैसे श्रद्धालुओं के लिए प्रिय है वैसे ही प्रकृति प्रेमियों के लिए भी यह जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं है। प्रकृति के इस सौंदर्य को देखने के लिए यहाँ लोग देश-विदेश से आते हैं। अगर आप उत्तराखंड जा रहे हैं तो मैं वो पांच जगहें बताउंगी जहाँ जाना आपको जिंदगी भर याद रहेगा।
फूलों की घाटी
चमोली जिले की यह सुंदर घाटी कई जैविक विविधताओं से भरी हुई है। यहाँ फूलों की 500 से अधिक प्रजातियां हैं। कस्तूरी मृग, काले भालू, लाल लोमड़ी और नीली भेड़ जैसे दुर्लभ प्राणियों के लिए भी यह जगह जानी जाती है। उत्तराखंड में हों और आपको टेढ़े-मेढ़े रास्ते न मिलें ऐसा तो हो नहीं सकता। लेकिन उनका भी अपना एक मजा है। टेढ़े मेढ़े रास्तों से होते हुए आप जैसे-जैसे ऊपर जाएंगे आपको दूर-दूर तक फैले हुए हरे भरे घास के मैदान (बूगियाल) और फूलों की कई किस्में दिखने लगेंगी।
ऊँचे पहाड़ों से गिरतें झरनों (गदेरों) का रंग सूर्य की किरणों के साथ कभी दूधिया तो कभी कुछ और नज़र आता है। इन सबके बीच बैठना और इन्हें अपनी आँखों से देखना किसी जन्नत से कम नहीं है। यहां पहुंचने के लिए बद्रीनाथ से गोविंदघाट तक जाना होगा। घांघरिया से खाने पीने की चीजें भी खरीदी जा सकती हैं। फरवरी, मार्च और अप्रैल के महीने यहाँ घुमने के लिए काफी अच्छे हैं।
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क
हिमालय की गोद में बसे इस पार्क को कई विलुप्त होती प्रजातियों का घर कह सकते हैं। यहाँ पक्षियों की पांच सौ से अधिक प्रजातियाँ हैं। कई प्रकार के पेड़ों के साथ ही यहाँ बाघ और हाथी जैसे कई जानवर हैं। यह उत्तराखंड की उन जगहों में से एक है जिसके लिए दुनिया भर से लोगआते हैं। इन घने जंगलों में पशु पक्षियों की आवाजें और पेड़ों की ठंडी-ठंडी हवाएं एक ओर सिहरन पैदा करती हैं तो वहीं एक अलग सुकून भी देती हैं। यहां आप पैदल भी घूम सकते है और गाड़ी से भी। वैसे यह जगह इतनी दूर तक फैली हुई है कि इसका भरपूर आनंद उठाने के लिए आपको एक लम्बी छुट्टी लेनी पड़ेगी। लेकिन इसके किसी एक हिस्से का आनंद लेने का मौका भी छोड़ने लायक नहीं है। य
चोपता वैली
अगर आप बर्फ में घूमना और बर्फ से ढकी चोटियाँ देखना चाहते हैं तो आप यहां आ सकते है। लोग यहाँ घोड़े-खच्चरों से भी घूमते हैं, लेकिन पैदल चलने का भी अपना एक आनंद है। हरे-भरे घास के मैदान, बुरांस के लाल और फ्योंली के पीले फूल जहाँ आपको अपनी और खींचते हैं, वहीं आपकी थकान मिटाने के लिए ब्रह्मकमल और फैन कमल भी इंतजार करते मिल जाएँगे। यूं भी उत्तराखंड में हो तो ब्रह्मकमल देखना तो बनता ही है। यहाँ बने लकड़ी और लोहे के पुल आपकी ट्रेकिंग को आसान बना देते हैं। इनके जरिये आप आसानी से एक जगह से दूसरे जगह जा सकते है। यहां आप सोनप्रयाग, उखीमठ और ऋषिकेश नगर से होकर आ सकते है। होटल की बराबरी में कैम्प में रुकना थोड़ा सस्ता पड़ता है फिर भी बहुत फर्क नहीं है।
नैनीताल
उत्तराखंड के शहरों में नैनीताल का नाम कौन नहीं जानता। पहाड़ों से घिरे इस सुंदर से शहर को झीलों का शहर कहा जाता रहा है। नैनीझील यहाँ की सबसे मशहूर झील है। इस झील में आप नाव की सवारी भी कर सकते हैं। मॉल रोड पर टहलने और स्नो व्यू के आकर्षक नजारों का मजा तो यूँ ही मिल जाएगा। बर्फ से ढके देवदार और चीड़ के पेड़ों के मनमोहक दृश्यों से भरी इस जगह पर झरनों के बहते पानी में मन भी कई बार हिचकोले खाते दूर निकल जाता है। न कोई शोर, न जिंदगी की भागम-भाग यहां आकर कुछ अलग ही महसूस होता है। यहाँ थोड़ी-थोड़ी दूर पर घूमने की कई अच्छी जगहें हैं। पन्त जीबी हाई एल्टीट्यूड चिड़ियाघर प्रकृति प्रेमियों को आकर्षित करने वाली ऐसी ही एक जगह है।
औली
बर्फ से ढकी सुंदर पर्वत शृंखलाओं तथा देवदारु और चीड़ के पेड़ों से घिरा औली एक बेहद खूबसूरत जगह है। यहाँ एक कृत्रिम झील भी है जो इसकी सुंदरता को बरकरार रखती है। जब बर्फ कम गिरती है तो यहाँ लगी मशीनों से कृत्रिम बर्फ फैला दी जाती है ताकि पर्यटक बर्फ का लुत्फ उठा सकें। बर्फ की चादर में ढका औली सैलानियों के लिए स्वर्ग जैसा है।
यहाँ देवदारु, चीड़ और सेब के पेड़ बर्फ की गोद में जैसे आराम करते से लगते हैं। पर्वतमालाओं पर पड़ती किरणों से बर्फ मोतियों की तरह ऐसे चमचमाती है कि बस देखते ही रह जाएं। यहाँ एशिया का सबसे लम्बा रोपवे है। इस रोपवे से आप दूर-दूर के आकर्षक नजारों को देख सकते हैं। बर्फ में ढके छोटे-बड़े मकान और पेड़ों पर रुई की तरह पड़ी मुलायम बर्फ को देखना बड़ा ही प्यारा लगता है। यह जगह स्कीइंग के लिए भी दुनियां भर में बहुत अच्छी मानी जाती है। यहां हर साल स्कीइंग का आयोजन होता है जिसमें दूर-दूर से लोग हिस्सा लेने आते हैं।
अगर आप घूमने के शौक़ीन हैं तो आप जानते हैं कहाँ कैसे जाना है। फिर देर कैसी अपने मनचाहे तरीके से एक प्लानिंग उत्तराखंड की भी शुरु कीजिए।